वक्त की हो धूप या तेज़ हो आँधियाँ,
कुछ क़दमों के निशाँ कभी नहीँ खोते,
जिन्हें याद करके मुस्कुरा दें ये आँखें,
वो लोग दूर होकर भी दूर नहीं होते ।
हर कदम हर पल साथ हैं,
दूर होकर भी हम आपके पास हैं,
आपका हो न हो पर हमें आपकी कसम,
आपकी कमी का हर पल अहसास है।
कुछ लोग दिल पर इस तरह असर कर जाते हैं,
टूटे हुए शीशों मे भी साबुत नज़र आते हैं
मिलते तो हैं घड़ी भर के लिए,
मगर दिल में उतर जाते हैं ।
दोस्तों से ही दोस्ती की शान होती है,
ना हो दोस्त तो महफिल भी अनजान होती है,
दोस्ती से ही जहाँ है कायम यारो,
दोस्ती ही रिश्तों की पहचान होती है।